Mallikarjun Kharge, भारतीय राजनीति में एक सम्मानित और प्रमुख नेता हैं। उन्होंने अपने करियर में विभिन्न महत्वपूर्ण पदों को संभाला और भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस (INC) के एक प्रमुख सदस्य रहे हैं। उनकी नेतृत्व क्षमता और राजनीतिक कौशल ने उन्हें भारतीय राजनीति में एक महत्वपूर्ण स्थान दिलाया है। Mallikarjun Kharge का जन्म 21 जुलाई 1942 को कर्नाटक के बीदर जिले के वरवट्टी गांव में हुआ था। उनके पिता का नाम मल्लप्पा और माता का नाम सायबव्वा था। खड़गे का बचपन संघर्षों से भरा था, लेकिन उन्होंने शिक्षा के महत्व को समझा और अपनी प्रारंभिक शिक्षा बीदर से प्राप्त की। उन्होंने गुलबर्गा के गवर्नमेंट कॉलेज से स्नातक की डिग्री प्राप्त की और फिर वहां से एलएलबी की पढ़ाई पूरी की। उन्होंने वकालत के क्षेत्र में भी कार्य किया और इसके बाद राजनीति में प्रवेश किया।
मल्लिकार्जुन खड़गे की उम्र | Mallikarjun Kharge age
Mallikarjun Kharge का जन्म 21 जुलाई 1942 को कर्नाटक के बीदर जिले के वरवट्टी गांव में हुआ था। 2024 के अनुसार, उनकी उम्र 81 वर्ष है। उनकी उम्र के बावजूद, खड़गे ने अपने राजनीतिक करियर में एक महत्वपूर्ण और सक्रिय भूमिका निभाई है। 81 वर्ष की उम्र में भी, मल्लिकार्जुन खड़गे का उत्साह और समर्पण भारतीय राजनीति में अद्वितीय है। उनकी उम्र और अनुभव ने उन्हें एक कुशल और अनुभवी नेता के रूप में स्थापित किया है। खड़गे की दीर्घायु और सक्रियता ने उन्हें भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस और भारतीय राजनीति में एक महत्वपूर्ण स्थान दिलाया है। खड़गे का लंबा राजनीतिक करियर, जिसमें उन्होंने विभिन्न महत्वपूर्ण पदों पर काम किया है, उनकी उम्र और अनुभव को दर्शाता है। उनके नेतृत्व में कई महत्वपूर्ण नीतियों और योजनाओं को लागू किया गया, जिससे समाज के विभिन्न वर्गों को लाभ हुआ। मल्लिकार्जुन खड़गे की उम्र ने उन्हें एक प्रेरणा स्रोत बनाया है, खासकर युवा नेताओं के लिए। उन्होंने दिखाया है कि उम्र केवल एक संख्या है और अगर व्यक्ति में उत्साह और समर्पण हो, तो वह किसी भी उम्र में महत्वपूर्ण योगदान दे सकता है। उनकी जीवन यात्रा और उपलब्धियाँ यह सिद्ध करती हैं कि समर्पण, मेहनत और सही दिशा में किए गए प्रयास हमेशा सफलता की ओर ले जाते हैं।
मल्लिकार्जुन खड़गे की शिक्षा | Mallikarjun Kharge education
Mallikarjun Kharge की शिक्षा उनकी सफलता की कहानी का एक महत्वपूर्ण हिस्सा है। खड़गे ने अपनी प्रारंभिक शिक्षा कर्नाटक के बीदर जिले में प्राप्त की। उनके शिक्षा के प्रति समर्पण और मेहनत ने उन्हें उच्च शिक्षा के क्षेत्र में भी उत्कृष्टता प्राप्त करने के लिए प्रेरित किया। उन्होंने गुलबर्गा के गवर्नमेंट कॉलेज से स्नातक की डिग्री प्राप्त की। स्नातक के बाद, खड़गे ने कानून की पढ़ाई करने का निर्णय लिया और एलएलबी की डिग्री हासिल की। उन्होंने अपनी कानून की पढ़ाई भी गुलबर्गा से ही पूरी की। मल्लिकार्जुन खड़गे की कानूनी शिक्षा ने उन्हें एक सक्षम वकील बना दिया और उन्होंने अपने करियर की शुरुआत वकालत से की। उनकी कानूनी पृष्ठभूमि ने उन्हें राजनीति में प्रवेश करने के बाद भी एक मजबूत बौद्धिक आधार प्रदान किया। उन्होंने कानून की अपनी समझ और तर्कशक्ति का उपयोग करके राजनीति में भी महत्वपूर्ण योगदान दिया। खड़गे की शिक्षा ने उन्हें न केवल एक सफल वकील बनाया, बल्कि एक कुशल राजनीतिज्ञ के रूप में भी स्थापित किया। उनकी शिक्षा और ज्ञान ने उन्हें विभिन्न राजनीतिक और सामाजिक मुद्दों पर सटीक निर्णय लेने की क्षमता दी। उन्होंने अपने राजनीतिक जीवन में शिक्षा के महत्व को हमेशा प्राथमिकता दी और शिक्षा के क्षेत्र में सुधार के लिए कई महत्वपूर्ण कदम उठाए।
मल्लिकार्जुन खड़गे की बेटी | Mallikarjun Kharge daughter
Mallikarjun Kharge की बेटी का नाम प्रियांक खड़गे है। हालांकि, यह स्पष्ट है कि प्रियांक खड़गे एक पुत्र हैं, और खड़गे की बेटियों के बारे में सार्वजनिक रूप से बहुत कम जानकारी उपलब्ध है। यह ध्यान रखना महत्वपूर्ण है कि भारतीय राजनीति में खड़गे परिवार का एक महत्वपूर्ण स्थान है, और उनके परिवार के सदस्यों ने विभिन्न क्षेत्रों में महत्वपूर्ण योगदान दिया है। प्रियांक खड़गे, जो मल्लिकार्जुन खड़गे के पुत्र हैं, ने भी राजनीति में कदम रखा है और कर्नाटक विधानसभा के सदस्य हैं। प्रियांक ने अपने पिता के नक्शेकदम पर चलते हुए राजनीतिक करियर को चुना और अपने क्षेत्र में विभिन्न सामाजिक और राजनीतिक मुद्दों पर काम किया है। उन्होंने शिक्षा, स्वास्थ्य और बुनियादी ढांचे के विकास के क्षेत्र में कई महत्वपूर्ण पहल की हैं। मल्लिकार्जुन खड़गे के परिवार ने हमेशा उनके राजनीतिक करियर में उनका समर्थन किया है और उनके मूल्यों और सिद्धांतों का पालन किया है। खड़गे परिवार का राजनीति में योगदान यह दर्शाता है कि उन्होंने हमेशा समाज की सेवा और विकास के लिए काम किया है। मल्लिकार्जुन खड़गे की बेटियों के बारे में विस्तृत जानकारी उपलब्ध नहीं है, लेकिन यह स्पष्ट है कि उनके परिवार ने हमेशा उनके संघर्षों और सफलताओं में उनका साथ दिया है। उनके परिवार का समर्थन और सहयोग उनके राजनीतिक करियर की सफलता में महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है।
मल्लिकार्जुन खड़गे की नेट वर्थ | Mallikarjun Kharge net worth
Mallikarjun Kharge भारतीय राजनीति के एक प्रतिष्ठित नेता हैं, और उनकी संपत्ति के विभिन्न स्रोत हैं। उनकी नेट वर्थ का मुख्य हिस्सा उनके राजनीतिक करियर और विभिन्न सरकारी पदों पर उनकी सेवा से आता है। 2023 के अनुसार, मल्लिकार्जुन खड़गे की कुल संपत्ति लगभग ₹15 करोड़ (1.8 मिलियन USD) है। खड़गे का अधिकांश निवेश अचल संपत्ति में है, जिसमें कर्नाटक और अन्य स्थानों पर उनकी कई संपत्तियाँ शामिल हैं। इसके अलावा, उनके पास कृषि भूमि और वाणिज्यिक संपत्तियाँ भी हैं, जो उनकी आय का एक महत्वपूर्ण स्रोत हैं। उनका संपत्ति पोर्टफोलियो उन्हें एक संपन्न राजनीतिक नेता बनाता है। मल्लिकार्जुन खड़गे के पास व्यक्तिगत संपत्ति भी है, जिसमें वाहनों का बेड़ा और बैंक डिपॉजिट शामिल हैं। उनके बैंक खातों और निवेशों का एक बड़ा हिस्सा सरकारी और निजी बैंकों में सुरक्षित रखा गया है। खड़गे की संपत्ति और आय के स्रोत केवल राजनीतिक गतिविधियों तक सीमित नहीं हैं। उनकी कानूनी पेशेवर पृष्ठभूमि और विभिन्न बोर्डों और समितियों में उनकी भागीदारी ने भी उनकी संपत्ति को बढ़ाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है। हालांकि, मल्लिकार्जुन खड़गे ने अपनी संपत्ति का उपयोग समाज के कल्याण और गरीबों के उत्थान के लिए भी किया है। उन्होंने विभिन्न समाजसेवी कार्यों में योगदान दिया है, जो उनकी संपत्ति के उपयोग की दिशा को दर्शाता है।
राजनीतिक करियर की शुरुआत | Beginning of political career
मल्लिकार्जुन खड़गे का राजनीतिक करियर 1969 में शुरू हुआ जब वे भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस में शामिल हुए। उन्होंने अपने करियर की शुरुआत एक जमीनी स्तर के कार्यकर्ता के रूप में की और धीरे-धीरे पार्टी के विभिन्न महत्वपूर्ण पदों पर आसीन हुए।
महत्वपूर्ण जानकारी | विवरण |
---|---|
जन्मतिथि | 21 जुलाई 1942 |
जन्म स्थान | वरवट्टी, बीदर, कर्नाटक |
शिक्षा | बीए, एलएलबी |
पार्टी | भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस (INC) |
प्रारंभिक करियर | वकील |
खड़गे ने 1972 में पहली बार कर्नाटक विधानसभा के लिए चुने गए और लगातार नौ बार विधानसभा चुनाव जीते। उन्होंने अपने कार्यकाल में विभिन्न महत्वपूर्ण विभागों को संभाला, जिसमें ग्रामीण विकास, पंचायत राज, सामाजिक कल्याण और गृह विभाग शामिल हैं। उनके नेतृत्व में, कई महत्वपूर्ण नीतियों और योजनाओं को लागू किया गया, जिससे कर्नाटक राज्य में विकास हुआ। 2009 में, मल्लिकार्जुन खड़गे ने गुलबर्गा लोकसभा क्षेत्र से चुनाव लड़ा और विजयी हुए। इसके बाद उन्होंने केंद्र सरकार में विभिन्न महत्वपूर्ण मंत्रालयों को संभाला, जिसमें श्रम और रोजगार मंत्रालय, रेल मंत्रालय और सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता मंत्रालय शामिल हैं।
पद | अवधि |
---|---|
श्रम और रोजगार मंत्री | 2009-2013 |
रेल मंत्री | 2013-2014 |
सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता मंत्री | 2014 |
2014 के लोकसभा चुनावों के बाद, जब कांग्रेस विपक्ष में आई, तो मल्लिकार्जुन खड़गे को लोकसभा में विपक्ष का नेता नियुक्त किया गया। उन्होंने इस पद पर रहते हुए संसद में विपक्ष की आवाज को मजबूती से उठाया और विभिन्न मुद्दों पर सरकार को चुनौती दी। उनकी वक्तृत्व क्षमता और ज्ञान ने उन्हें एक प्रभावशाली विपक्ष नेता के रूप में स्थापित किया। मल्लिकार्जुन खड़गे को 2021 में कांग्रेस कार्यसमिति का सदस्य बनाया गया और 2022 में उन्होंने कांग्रेस अध्यक्ष पद का चुनाव लड़ा और विजयी हुए। उनके नेतृत्व में कांग्रेस पार्टी ने अपनी नीतियों और सिद्धांतों को मजबूती से उठाया और विभिन्न चुनावी मुकाबलों में प्रतिस्पर्धा की। मल्लिकार्जुन खड़गे ने अपने लंबे राजनीतिक करियर में सामाजिक न्याय, विकास और गरीबों के उत्थान के लिए कई महत्वपूर्ण कार्य किए हैं। उन्होंने सामाजिक भेदभाव और असमानता के खिलाफ आवाज उठाई और हमेशा दलित, पिछड़े और अल्पसंख्यक वर्गों के अधिकारों के लिए संघर्ष किया।
क्षेत्र | योगदान |
---|---|
सामाजिक न्याय | दलित और पिछड़े वर्गों के अधिकारों की रक्षा |
विकास | ग्रामीण विकास और बुनियादी ढांचे का सुधार |
शिक्षा | शैक्षिक संस्थानों की स्थापना और सुधार |
व्यक्तिगत जीवन | personal life
मल्लिकार्जुन खड़गे का विवाह राधाबाई से हुआ है और उनके तीन पुत्र और दो पुत्रियां हैं। उनके परिवार ने हमेशा उनके राजनीतिक करियर में उनका समर्थन किया है। उनके बेटे, प्रियंक खड़गे, भी एक सक्रिय राजनीतिज्ञ हैं और कर्नाटक विधानसभा के सदस्य हैं। मल्लिकार्जुन खड़गे की राजनीतिक यात्रा संघर्षों और सफलताओं से भरी रही है। उनकी नेतृत्व क्षमता, ज्ञान और राजनीतिक दृष्टिकोण ने उन्हें भारतीय राजनीति में एक प्रमुख स्थान दिलाया है। उन्होंने अपने जीवन को समाज और देश की सेवा में समर्पित किया और हमेशा गरीबों, दलितों और पिछड़ों के अधिकारों के लिए संघर्ष किया। मल्लिकार्जुन खड़गे का जीवन और कार्य हर उस व्यक्ति के लिए प्रेरणा है जो राजनीति में आकर समाज सेवा करना चाहता है।
मल्लिकार्जुन खड़गे के बारे में महत्वपूर्ण तथ्य | Important facts about Mallikarjun Kharge
तथ्य | विवरण |
---|---|
जन्म | 21 जुलाई 1942 |
शिक्षा | बीए, एलएलबी |
राजनीतिक पार्टी | भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस |
प्रमुख पद | श्रम और रोजगार मंत्री, रेल मंत्री, विपक्ष के नेता |
परिवार | पत्नी – राधाबाई, तीन पुत्र, दो पुत्रियां |
मल्लिकार्जुन खड़गे की कहानी हमें यह सिखाती है कि मेहनत, समर्पण और सही दिशा में किए गए प्रयास हमेशा सफलता की ओर ले जाते हैं। उनका जीवन और उनकी उपलब्धियाँ हमें प्रेरणा देती हैं कि हम भी समाज में सकारात्मक बदलाव ला सकते हैं।
READ ALSO-