Anupam Kher एक प्रमुख भारतीय अभिनेता हैं, जिन्होंने थिएटर, टीवी और फिल्म उद्योग में अपना स्थान बनाया है। उन्होंने अपने अद्वितीय अभिनय कौशल और विविधता पूर्ण भूमिकाओं से दर्शकों का दिल जीत लिया है।
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ToggleAnupam Kher और किरण खेर की प्रेम कहानी
अनुपम खेर की पत्नी का नाम किरण खेर है, जो एक प्रसिद्ध भारतीय अभिनेत्री और राजनीतिज्ञ हैं। अनुपम और किरण की मुलाकात पहली बार चंडीगढ़ में हुई थी, जब दोनों थिएटर में सक्रिय थे। दोनों का जीवन संघर्ष और सपनों से भरा हुआ था। किरण खेर, जिनका पूरा नाम किरण ठाकुर सिंह संधू है, का जन्म 14 जून 1955 को पंजाब के चंडीगढ़ में हुआ था। उन्होंने अपनी प्रारंभिक शिक्षा चंडीगढ़ में प्राप्त की और बाद में पंजाब यूनिवर्सिटी से स्नातक की डिग्री हासिल की। किरण ने भी अभिनय की दुनिया में अपना स्थान बनाया और कई महत्वपूर्ण फिल्मों में काम किया। अनुपम और किरण की शादी 1985 में हुई। यह शादी दोनों के लिए एक महत्वपूर्ण मोड़ साबित हुई, क्योंकि उन्होंने अपने व्यक्तिगत और पेशेवर जीवन में एक-दूसरे का भरपूर समर्थन किया।
सिकंदर खेर: अनुपम खेर का पुत्र
अनुपम और किरण खेर के पुत्र का नाम सिकंदर खेर है। सिकंदर का जन्म 21 अक्टूबर 1982 को मुंबई में हुआ था। सिकंदर ने अपने माता-पिता की तरह ही अभिनय को करियर के रूप में चुना। उन्होंने 2008 में फिल्म “वुडस्टॉक विला” से बॉलीवुड में अपनी शुरुआत की। सिकंदर ने अपने करियर में कई फिल्में और वेब सीरीज में काम किया है, जिसमें “प्लेयर्स”, “तुम मिले”, “रोमियो अकबर वॉल्टर” और “आर्या” जैसी प्रमुख परियोजनाएं शामिल हैं। सिकंदर अपने पिता अनुपम खेर की तरह ही मेहनती और प्रतिभाशाली अभिनेता हैं।
अनुपम खेर की पुत्री
अनुपम खेर की कोई जैविक पुत्री नहीं है, लेकिन किरण खेर की पहली शादी से उनका एक पुत्र है, जिसका नाम गौतम बेरी है। अनुपम खेर ने गौतम को हमेशा अपने बेटे के रूप में स्वीकार किया है और उनके साथ एक अच्छा संबंध बनाए रखा है।
परिवार का संबंध
अनुपम और किरण का परिवार हमेशा एक-दूसरे के प्रति स्नेह और समर्थन का प्रतीक रहा है। अनुपम और किरण ने अपने बच्चों को जीवन के हर क्षेत्र में प्रोत्साहित किया है और उन्हें हमेशा सही मार्गदर्शन दिया है। किरण खेर, जो कि चंडीगढ़ से बीजेपी सांसद हैं, ने राजनीति में भी अपना महत्वपूर्ण योगदान दिया है। उन्होंने अपने राजनीतिक करियर में भी परिवार का समर्थन पाया है। अनुपम खेर भी अपनी पत्नी के राजनीतिक करियर में उनका समर्थन करते आए हैं।
अनुपम खेर का पारिवारिक जीवन उनके व्यक्तिगत और पेशेवर जीवन का महत्वपूर्ण हिस्सा है। किरण खेर के साथ उनका संबंध न केवल प्रेम और समर्पण पर आधारित है, बल्कि आपसी समर्थन और समझदारी पर भी टिका है। सिकंदर खेर, जो उनके बेटे हैं, अपने माता-पिता के नक्शेकदम पर चलते हुए अभिनय की दुनिया में अपनी पहचान बना रहे हैं। अनुपम खेर का परिवार एक उदाहरण है कि कैसे एक दूसरे के समर्थन और प्रेम से जीवन के हर संघर्ष को पार किया जा सकता है और सफलता प्राप्त की जा सकती है।
जीवन की प्रमुख घटनाएँ
घटना | विवरण |
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जन्म | अनुपम खेर का जन्म 7 मार्च 1955 को शिमला, हिमाचल प्रदेश में हुआ था। उनके पिता पुष्करनाथ खेर क्लर्क थे और माता दुलारी देवी गृहिणी थीं। |
शिक्षा | अनुपम ने डी.ए.वी. स्कूल, शिमला से अपनी प्रारंभिक शिक्षा प्राप्त की। इसके बाद, उन्होंने नेशनल स्कूल ऑफ ड्रामा (एनएसडी), दिल्ली से अभिनय में स्नातक किया। |
शादी | अनुपम खेर ने 1985 में अभिनेत्री किरण खेर से शादी की। उनका एक बेटा सिकंदर खेर है, जो भी अभिनेता है। |
करियर की शुरुआत
अनुपम खेर का फिल्मी करियर 1982 में फिल्म “आगमन” से शुरू हुआ, लेकिन उन्हें असली पहचान 1984 में आई फिल्म “सारांश” से मिली, जिसमें उन्होंने 65 वर्षीय वृद्ध की भूमिका निभाई थी। यह भूमिका उनकी प्रतिभा का प्रमाण थी और इसके लिए उन्हें फिल्मफेयर अवार्ड भी मिला।
फिल्म | वर्ष | भूमिका | नोट्स |
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सारांश | 1984 | बी.वी. प्रधान | फिल्मफेयर सर्वश्रेष्ठ अभिनेता |
डैडी | 1989 | अनुपम खेर | राष्ट्रीय फिल्म पुरस्कार – स्पेशल जूरी अवार्ड |
हम | 1991 | पुलिस कमिश्नर | सुपरहिट फिल्म |
दिलवाले दुल्हनिया ले जाएंगे | 1995 | बलदेव सिंह | एक यादगार पिता की भूमिका |
ए वेडनेसडे | 2008 | रिटायर्ड पुलिस कमिश्नर | समीक्षकों द्वारा सराही गई फिल्म |
अनुपम खेर ने न केवल फिल्मों में, बल्कि टीवी पर भी अपने अभिनय की छाप छोड़ी है। उनका शो “सवाल दस करोड़ का” और “द अनुपम खेर शो – कुछ भी हो सकता है” बहुत लोकप्रिय हुए।
पुरस्कार और सम्मान
पुरस्कार | वर्ष | फिल्म/कार्य |
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फिल्मफेयर सर्वश्रेष्ठ अभिनेता | 1984 | सारांश |
राष्ट्रीय फिल्म पुरस्कार | 1989 | डैडी |
पद्म श्री | 2004 | भारतीय सिनेमा में योगदान के लिए |
पद्म भूषण | 2016 | भारतीय सिनेमा में महत्वपूर्ण योगदान के लिए |
Anupam Kher ने अभिनय के अलावा लेखन और निर्देशन में भी अपनी छाप छोड़ी है। उन्होंने अपनी आत्मकथा “The Best Thing About You Is You” लिखी है, जो बहुत लोकप्रिय हुई। साथ ही उन्होंने फिल्म “ओम जय जगदीश” (2002) का निर्देशन भी किया। अनुपम खेर ने समाज सेवा में भी योगदान दिया है। उन्होंने “अनुपम खेर फाउंडेशन” की स्थापना की, जो शिक्षा और स्वास्थ्य के क्षेत्र में काम करती है।
अनुपम खेर ने हॉलीवुड में भी अपनी पहचान बनाई है। उन्होंने “बेंड इट लाइक बेकहम” (2002) और “सिल्वर लाइनिंग्स प्लेबुक” (2012) जैसी फिल्मों में काम किया है। उन्हें अंतरराष्ट्रीय स्तर पर भी कई पुरस्कार मिले हैं। अनुपम खेर का व्यक्तिगत जीवन भी काफी प्रेरणादायक है। उन्होंने अपने संघर्षों को हमेशा सकारात्मकता और दृढ़ता से सामना किया है। उनके संघर्ष और सफलता की कहानी युवा पीढ़ी के लिए प्रेरणास्त्रोत है। अनुपम खेर एक बहुमुखी अभिनेता हैं, जिन्होंने अपनी मेहनत, प्रतिभा और समर्पण से भारतीय और अंतरराष्ट्रीय सिनेमा में महत्वपूर्ण स्थान प्राप्त किया है। उनका जीवन और करियर एक प्रेरणा है और वे आने वाले समय में भी अपने काम से लोगों का दिल जीतते रहेंगे।